अंतरराष्ट्रीय समाचार

रूस ने यूक्रेन के साथ जारी विवाद के बीच क्रीमिया में सैन्य अभ्यास समाप्त करने की बड़ी घोषणा की है।

देहरादून 16 फरवरी 2022,

यूक्रेन: क्रीमिया में रूस के सैन्य अभ्यास किए जाने और यूक्रेन के साथ जारी विवाद से इस क्षेत्र में युद्ध की संभावनाएं बढ़ गई थी। अमेरिका और सहयोगी देशों ने यूक्रेन को आवश्यक सैन्य सहायता उपलब्ध कराने के अलावा रूस को युद्ध नहीं करने की चेतावनी दी थी। अचानक रूस ने यूक्रेन के साथ जारी विवाद के बीच क्रीमिया में सैन्य अभ्यास समाप्त करने की बड़ी घोषणा की है। इस घोषणा के बाद कुछ रूसी सैनिकों ने वापस लौटना शुरू कर दिया है। यद्यपि रूस शुरू से ही युद्ध नहीं करने की बात कहता आया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह यूक्रेन सीमा से कुछ सैनिकों को वापस बुला रहा है। इससे संकेत मिलता है कि यूक्रेन के पास अभ्यास पूरा करने के बाद रूसी सैनिक अपने सैन्य बेस पर वापस लौट रहे हैं। हालांकि रूस के इन दावों पर यूक्रेन को अब भी विश्वास नहीं है।

रूस के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, ‘साउदर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की यूनिट्स ने सामरिक अभ्यास को पूरा कर लिया है। अब वह अपने स्थायी तैनाती पॉइंट पर जा रही हैं। इसके साथ ही सरकारी टेलीविजन भी कुछ तस्वीरें दिखा रहा है, जिसमें सैनिक रूस नियंत्रित क्षेत्र को मुख्य भूमि से जोड़ने वाले पुल को पार करते दिख रहे हैं। बयान में कहा गया है कि टैंक, पैदल सेना के वाहन और तोपखाने रेल के जरिए क्रीमिया से ले जाए जा रहे हैं। इससे एक दिन पहले ही रूस ने कहा था कि वह अपने पड़ोसी यूक्रीन की सीमाओं पर तैनात कुछ सैनिकों को वापस बुला रहा है।

रूस यूक्रेन पर हमले की बात से भी लगातार इनकार कर रहा है। लेकिन पश्चिमी देशों को आशंका थी कि, रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि रूस के आक्रमण की आशंका अब भी बनी हुई है और अमेरिका हमले का ‘निर्णायक’ जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने मॉस्को से युद्ध ना छेड़ने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि ‘जो भी होता है, अमेरिका उसके लिए तैयार है। हम यूरोप में स्थिरता और सुरक्षा में सुधार लाने के लिए रूस और अपने सहयोगियों के साथ कूटनीतिक समाधान पर जोर देते रहेंगे।

क्रीमिया में सैन्य अभ्यास समाप्त करने की बड़ी घोषणा पर विदेश मंत्रालय ने कहा था कि एक भी गोली चलाए बगैर पश्चिमी देशों को खत्म कर दिया है। मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने टेलीग्राम पोस्ट को कहा था कि इतिहास की तारीख में 15 फरवरी का दिन यादगार रहेगा जब पश्चिमी देशों का युद्ध संबंधी दुष्प्रचार असफल हो गया। वे अपने ही कामों से लज्जित हुए है और एक भी गोली चलाए बगैर उन्हें खत्म कर दिया गया।

 

 

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