अंतरराष्ट्रीय समाचार

अफगानिस्तान में 5.3 तीव्रता का भूकंप।

देहरादून 18 जनवरी 2022,

काबुल: अफगानिस्तान के पश्चिम में स्थित बदगीस प्रांत में सोमवार दोपहर को दो बार आए भूकंप के झटकों से तुर्कमेनिस्तान से सटा ये सीमावर्ती इलाका बुरी तरह हिल उठा और इसके कारण हुए हादसों में अब तक 26 लोगों की मौत हो गई है।

अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि भूकंप से प्रभावित हुए दूरदराज के गांवों में अभी भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है. प्रांत के संस्कृति एवं सूचना विभाग के प्रमुख बास मोहम्मद सरवरी ने बताया कि भूकंप के कारण हुई तबाही में कई घर ढह गए. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक स्थानीय समयानुसार 5.3 तीव्रता का पहला भूकंप दोपहर करीब दो बजे जबकि 4.9 तीव्रता का दूसरा भूकंप शाम करीब चार बजे महसूस किया गया।

प्रांत के संस्कृति एवं सूचना विभाग के प्रमुख बास मोहम्मद सरवरी के मुताबिक प्रांत के दक्षिणी भाग में स्थित कदिस जिले में भूकंप से सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है और सबसे अधिक लोग हताहत हुए हैं. इससे पहले शुक्रवार रात को पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में भी 5.6 तीव्रता के भूकंप का झटके महसूस किए गए. पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इसमें किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।

मौसम विभाग के अनुसार देश में आए 5.6 तीव्रता के भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र में 100 किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप का झटका पेशावर, मानशेरा, बालाकोट और चारसादा सहित खैबर-पख्तूनख्वा के कई शहरों में महसूस किया गया. भूकंप का झटका उत्तर में गिल्गित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में भी महसूस किया गया।

दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को रिक्टर स्केल पर 5.3 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया।अधिकारियों ने बताया कि रात 9:43 बजे आए इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिन्दुकुश पर्वतों में था।

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की गहराई 81 किलोमीटर थी. भूकंप अफगानिस्तान के फैजाबाद से 177 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व केंद्रित था. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के कारण जम्मू-कश्मीर में अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

भूकंप के ये झटके पाकिस्तान के कई शहरों में भी महसूस किए गए. पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग ने बताया 5.6 तीव्रता के भूकंप के झटके खैबर-पख्तूनख्वा, पेशावर, मानशेरा और अन्य शहरों में भी महसूस किए गए. अधिकारियों ने बताया कि किसी शहर से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई।

इससे पहले शुक्रवार को इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में जबर्दस्त भूकंप आया, जिससे राजधानी जकार्ता में भवन हिल गए, लेकिन किसी गंभीर जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि इस भूकंप के चलते सुनामी का भी खतरा नहीं है. अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण संस्थान के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 6.6 थी और इसका केंद्र बांटेन प्रांत के तटीय शहर लाबुआन के दक्षिण-पश्चिम में करीब 88 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर में 37 किलोमीटर की गहराई पर था.

इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान एवं भू-भौतिकी एजेंसी ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है। वैसे तो इस द्वीप समूह देश में अक्सर भूकंप आते रहते हैं लेकिन देश की राजधानी में सामान्यत: यह महसूस नहीं किया जाता है। करीब एक करोड़ की जनसंख्या वाले इस शहर में ऊंचे भवनों के निवासियों को कुछ सेंकेंड के लिए झटके महसूस हुआ।

 

 

Related posts

भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए व्‍यवहार्य, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

Dharmpal Singh Rawat

MOU signed by Uttrakhand & psylovenia in reserve forest & environment education.

Dharmpal Singh Rawat

भारत ने आईडब्ल्यूए वर्ल्ड वाटर कांग्रेस में ‘भारत में शहरी अपशिष्ट जल परिदृश्य’ पर प्रकाश डालते हुए श्वेत पत्र जारी किया।

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment