देहरादून 22 मई 2022,
असम में हिंसक भीड़ ने एक व्यक्ति की मौत के बाद पुलिस थाने में आग लगा दी। इस दौरान 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। भीड़ को यह शक था कि उक्त व्यक्ति की मौत पुलिस थाने में हुई है। यह घटना नौगाँव जिले के थाना बटाद्रवा की है। हमले के दौरान लगभग 2000 हमलावरों की भीड़ का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसमें महिलाएँ भी शामिल थीं। घटना शनिवार 21 मई 2022 की है। पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया है।
घटना का ब्यौरा देते हुए असम डीजीपी ने बताया, “20 मई 2022 को रात लगभग 9.30 पर पुलिस को सार्वजानिक सड़क पर एक व्यक्ति के शराब पी कर लेटे होने की सूचना मिली। इसी सूचना पर 39 साल के शफीकुल इस्लाम को बटाद्रवा थाने लाया गया था। उसे मेडिकल चेकअप के लिए भेजा गया। अगले दिन उसे उसकी पत्नी को सौंप कर छोड़ दिया गया। शफीकुल की पत्नी ने उसे खाना और पानी दिया। बाद में शफीकुल ने अपनी तबियत खराब होना बताया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। दुर्भाग्य से वहाँ उसकी मौत हो गई।”
डीजीपी ने आगे बताया, “हमने इस मौत को गंभीरता से लिया और थाने के ओसी को सस्पेंड कर दिया। थाने के अन्य स्टाफ पर भी कार्रवाई की गई है। अगर पुलिस की तरफ से कोई गलती हुई होगी तो उसकी जाँच करवा के दोषियों को सजा दी जाएगी।”
असम पुलिस के अनुसार थानों के हमलावरों की पहचान कर ली गई है। पुलिस को पता चला है कि वो अपराधी तत्व थे। हमले के बाद थाने में रखे रिकॉर्ड और अन्य जरूरी चीजें जल गई हैं।
डीजीपी ने हमले के अपराधियों को पहली और अंतिम चेतावनी देते हुए कहा, “असम के शांतिप्रिय लोगों से हमारा वादा है कि हम न सिर्फ दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे बल्कि इसी के साथ उन असामाजिक तत्वों पर भी एक्शन लेंगे, जो सोचते हैं कि भारत का न्यायतंत्र थानों को जला कर चलेगा। इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।