देहरादून 09 जून 2022,
दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने परिणामों की घोषणा करते बताया कि आरबीआई की मौद्रिक समिति की बैठक में नीतिगत ब्याज दरों या रेपो दरों में 50 बेसिस प्वाइंट या 0.50 फीसदी बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है। यानी रेपो रेट पर 4.40 से बढ़कर 4.90 हो जाएगा। इससे लोन की ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा।
देश में लगातार बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए मई महीने में आरबीआई ने बिना पूर्व सूचना के एमपीसी की बैठक का आयोजन किया था और इसमें रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी करने का एलान किया था। इसके बाद ये दरें 2020 से एतिहासिक निचले स्तर यानी 4.0 फीसदी पर रहने के बाद अचानक से 4.40 फीसदी हो गईं। एक महीने में रेपो दर में 0.90 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है।
आरबीआई की ओर से बढ़ाए गए रेपो रेट्स का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। पांचवे हफ्ते में दूसरी बार रेपो रेट्स की दरों में बढ़ोत्तरी होने से आम जनता की ईएमआई और लोन दोनों ही महंगे हो जाएंगे। ऐसे में घर खरीदने वालों की संख्या में भी गिरावट देखने को मिलेगी।