देहरादून 21 मई 2022,
दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच दुनिया भर में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स को लेकर भारत ने भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर को मंकीपॉक्स की स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। हवाईअड्डे और बंदरगाह के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि मंकीपॉक्स प्रभावित देशों से आए बीमार यात्रियों को अलग कर दिया जाए और नमूने जांच के लिए पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की बीएसएल4 सुविधा को भेजे जाने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर को भारत में स्थिति पर कड़ी नजर रखने और निगरानी करने का निर्देश दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और गांठ के जरिये उभरता है और इससे कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताएं पैदा हो सकती हैं.
रोग के लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं. मामले गंभीर भी हो सकते हैं।
अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक मंकीपॉक्स से मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 प्रतिशत रहा है, इसमें मामूली वृद्धि हो सकती है। लेकिन मंकीपॉक्स संक्रमण के वर्तमान प्रसार के दौरान मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है।