उत्तराखंड में आसन्न विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों में उत्तराखण्ड की जनता को भरोसा दिलाने व उनका हमदर्द बनाने की होड़ सी मची पड़ी है।
राज्य की जनता का दिल कैसे जीता जाए इस बात को लेकर राजनैतिक दलों में नित रोज प्रयोग किये जा रहे है।
दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो यहां तक कह डाला है कि राज्य के दौरे पर वे उत्तराखण्ड की जनता से रोजगार के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
अगर बात करें केजरीवाल कि तो इन दिनों वे उत्तराखंड की जनता के प्रबल पक्षधर बने है। राज्य की जनता के लिए तो वे खुले दिल से मिलकर अपनी ख्वाईशो का पिटारा खोलना चाहते है। केजरीवाल राज्य की जनता के दिलो में इस कदर छाना चाहते है जैसे कभी दिल्ली में इनकी दीवानगी का जादू सर चढ़ कर बोलता है। ठीक वही फार्मूला यहां भी फिट करना चाहते है।
इसलिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि उत्तराखंड के युवा रोजगार के अवसरों की कमी के कारण राज्य से पलायन करने को मजबूर हैं।
रोजगार के अवसर न होने के कारण उत्तराखंड के युवा पलायन को मजबूर हैं। उत्तराखंड के युवाओं को उत्तराखंड में ही रोजगार मिलना चाहिए।
अब ये देखना है कि क्या वाकई मोदी जादू अब धीरे-धीरे राज्य की जनता के दिलो से कम होता दिखाई दे रहा है। क्या केजरीवाल का फार्मूला उत्तराखण्ड में कामयाब हो सकेगा।