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चिकित्सा संगठनों तथा निजी संस्थाओं को अनिवार्य रूप से लोगों के लिए नियमित स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित करना चाहिए: उपराष्ट्रपति

देहरादून 10 अप्रैल 2022,

दिल्ली: भारत में स्वास्थ्य सेवा की अवसंरचना को सुदृढ़ बनाने में निजी क्षेत्र की अधिक सहभागिता की आवश्यकता पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने विशेष बल दिया है। यह देखते हुए कि भारत की स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं को पूरा करना एक बृहत कार्य है, उन्होंने निजी क्षेत्र से सरकारी प्रयासों में सहयोग देने और “चिकित्सा पेशे और संबद्ध गतिविधियों को एक मिशन के रूप में लेने” की अपील की।

नई दिल्ली स्थित सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया में न्यू महाजन इमेजिंग सुविधाकेन्द्र का उद्घाटन करते हुए नायडू ने कहा कि लोगों के लिए विश्व स्तरीय स्वास्थ्य अवसंरचना और डायग्नोस्टिक को सुलभ बनाना समय की आवश्यकता है। श्री नायडु ने कहा कि उच्च मानक नैदानिकी डॉक्टरों को अधिक सटीक निदान करने और सुरक्षित युक्ति का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा।

भारत में गैर-संचारी रोगों में वृद्धि की चिंताजनक रूझान को रेखांकित करते हुए नायडू ने निजी क्षेत्र में चिकित्सा संस्थाओं से लोगों, विशेष रूप से युवाओं के बीच एक निष्क्रिय जीवन शैली और अस्वास्थ्यकर आहार की आदतों से उत्पन्न खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने का आग्रह किया। श्री नायडू ने लोगों से निष्क्रिय जीवन शैली का त्याग करने और स्वस्थ जीवन जीने का तरीका अपनाने की अपील की।

नायडू ने कहा कि कोविड महामारी और तेजी से बदलती जलवायु “हमें हमारी आदतों और जीवन के तरीके के बारे में कई सबक सिखाती है”। उन्होंने प्रकृति की गोद में अधिक समय व्यतीत करने और अधिक टिकाऊ जीवन शैली अपनाने की अपील की।

उपराष्ट्रपति ने एक उन्नत नैदानिक ​​सुविधा प्रस्तुत करने में महाजन इमेजिंग के प्रयासों के लिए उनके प्रबंधन की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान महाजन इमेजिंग के संस्थापक और प्रबंध निदेशक डॉ. हर्ष महाजन, कार्यकारी निदेशक श्रीमती रितु महाजन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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