देहरादून 21 मई 2022,
उत्तराखंड: चिपको आंदोलन के प्रणेता, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् व पद्म विभूषण से सम्मानित सुंदर लाल बहुगुणा जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रि. गुरमीत सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि,” पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आपके द्वारा किए गए कार्य आने वाली पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे”। जय हिंद।
सुन्दरलाल बहुगुणा जी का जन्म 9 जनवरी सन 1927 को टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में हुआ था। भारत के एक महान पर्यावरण-चिन्तक एवं चिपको आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। उन्होने हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में वनों के संरक्षण के लिए संघर्ष किया। उनकी पत्नी भी उनके अन्दोलन से जुड़ी हुईं थीं। 1970 के दशक में पहले वे चिपको आन्दोलन से जुड़े रहे और1980 के दशक से2004 तक के दशक में टिहरी बाँध के निर्माण के विरुद्ध आन्दोलन से। वे भारत के आरम्भिक पर्यावरण प्रेमियों में से एक हैं। उनका स्वर्गवास 21 मई 2021 को हुआ।
स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा जी के ‘चिपको आन्दोलन’ का घोषवाक्य सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
“क्या हैं जंगल के उपकार, मिट्टी, पानी और बयार।
मिट्टी, पानी और बयार, जिन्दा रहने के आधार।”