देहरादून 22 सितंबर 2022,
दिल्ली: डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में लगातार गिरावट आती जा रही है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया टूटकर 80.48 पंहुच गया है। जो अब तक का सबसे निम्न स्तर है। रुपये में गिरावट से एक ओर जहां व्यापार घाटा बढ़ेगा वहीं दूसरी ओर दैनिक उपभोग की वस्तुओं कीमतों में बढ़ोतरी होगी। इसका असर सरकार से लेकर आम आदमी पर पड़ेगा।
फैडरल ऑफ अमेरिका के अनुसार, भारतीय रुपया साल के अंत तक 81 प्रति डॉलर तक टूट सकता है। इस साल अब तक भारतीय रुपया 9% से अधिक लुढ़क चुकी है। डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल कीमतों में तेजी ने रुपया को कमजोर करने का काम किया है। भारत अपनी जरूरत का लगभग 80% कच्चा तेल आयात करता है। इससे रुपये पर दबाव बढ़ा है।
इससे पहले बुधवार यानी 21 सितंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे की कमजोरी के साथ 79.97 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।