देहरादून 23 जनवरी 2023,
दिल्ली : देश में सुभाष चंद्र बोस की 124वीं जयंती मनाई जा रही है। सुभाष चंद्र बोस एक वीर सैनिक, योद्धा, महान सेनापति और कुशल राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए आजाद हिंद फौज के गठन से लेकर हर भारतीय को आजादी का महत्व समझाने तक हर काम को किया। वह केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लिए प्रेरणा हैं। ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ ये वह नारा है जिसने हर भारतवासी के खून को गरम कर दिया। अंग्रेजों से लड़ने के लिए एक ऐसी ताकत दी, जिसे हम देशभक्ति का नाम दे सकते हैं।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, जिसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में नेताजी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पराक्रम दिवस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि, “आज पराक्रम दिवस पर, मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं और भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद करता हूं। औपनिवेशिक शासन के प्रति उनके उग्र प्रतिरोध के लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके विचारों से गहराई से प्रभावित होकर, हम भारत के प्रति उनके दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने समस्त प्रदेशवासियों को “पराक्रम दिवस” की शुभकामनाएं भी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद हिन्द फौज के नेतृत्वकर्ता, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने राष्ट्र की स्वाधीनता के लिए अपना जीवन समर्पित किया।