देहरादून 06 अगस्त 2022 ,
दिल्ली: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में सरकार के प्रमुख स्किल इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) भारतीय युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कराता है । यह प्रशिक्षुओं के नामांकन और मूल्यांकन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है जो अब ऑनलाइन है। इसे आईटीआई द्वारा लागू किया जाता है और इन प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की अवधि 6 महीने से 2 वर्ष के बीच होती है। राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के अनुरूप इन पाठ्यक्रमों में इंजीनियरिंग से जुड़े 82 व्यवसायों, गैर-इंजीनियरिंग से जुड़े 63 और दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के लिए 05 पाठ्यक्रमों सहित 150 व्यवसायों से जुड़े पाठ्यक्रम हैं। वर्तमान में सरकारी और निजी दोनों 14,786 आईटीआई में 20 लाख प्रशिक्षु प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। व्यावसायिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में यह योजना सबसे महत्वपूर्ण है और देश में विभिन्न राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में फैले आईटीआई के विशाल नेटवर्क के माध्यम से मौजूदा और साथ ही भविष्य की जनशक्ति जरूरतों को पूरा करने के लिए शिल्पकार तैयार करने के कार्य में लगा हुआ है।
एक क्लिक में कार्यान्वयन: प्रशिक्षुओं के लिए एक क्लिक में कार्यान्वयन की प्रक्रिया को शामिल किया गया है जहां वे राष्ट्रीय मुक्त शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के अंतर्गत 12वीं कक्षा के समकक्ष कार्यक्रमों, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के अंतर्गत स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों और उद्योगों के साथ एप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग करने के लिए डीजीटीएमआईएस (https://ncvtmis.gov.in) में ट्रेनिंग प्रोफाइल से एक क्लिक के साथ पंजीकरण करा सकते हैं।
परीक्षा पैटर्न का सरलीकरण: परीक्षा पैटर्न को सरल बनाया गया है, एक थ्योरी और एक प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिससे प्रशिक्षुओं के बीच परीक्षा का डर कम होगा और अनुपस्थिति और विफलता में कमी आएगी।
पारदर्शिता लाने और शिकायतों को कम करने के लिए डीजीटीएमआईएस पोर्टल पर प्रशिक्षु प्रोफाइल पेज में प्रशिक्षुओं की सीबीटी उत्तर पुस्तिकाओं, अनुपस्थित/वर्तमान स्थिति, और प्रशिक्षुओं के सीबीटी परीक्षा केन्द्रों को देखने का प्रावधान भी किया जा रहा है।
शिल्पकार प्रशिक्षण योजना के लिए अखिल भारतीय व्यापार परीक्षा (एआईटीटी) 2022 का परिणाम 7 सितंबर, 2022 को घोषित किया जाएगा। एमएसडीई के सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार कौशल को अधिक महत्वाकांक्षी और प्रगतिशील बनाने के लिए श्रेणीबद्ध कर रही है। सत्र 2022-23 से, आईटीआई इकोसिस्टम में सभी पाठ्यक्रमों को नये सिरे से तैयार किया जा रहा है और उन्हें तर्कसंगत बनाया गया है, और 1600 प्रशिक्षण घंटों के साथ एक वर्षीय पाठ्यक्रम को कम करके 1200 प्रशिक्षण घंटे कर दिया गया है, ताकि प्रशिक्षु क्रॉस-स्किलिंग, हाइब्रिड कोर्स, पीएमकेवीवाई के तहत अल्पकालिक पाठ्यक्रम और अन्य कार्यों के माध्यम से 240 घंटे का उपयोग कर सकें। इससे प्रशिक्षण अवधि के अंत में प्रशिक्षु बेहतर कैरियर के अवसरों के साथ बहु कौशल हासिल करने में सक्षम हो सकेंगे।
अखिल भारतीय व्यापार परीक्षा (एआईटीटी-2022) के परिणाम 7 सितंबर, 2022 को घोषित किए जाएंगे। प्रशिक्षु अपने परिणाम डीजीटीएमआईएस पोर्टल (https://ncvtmis.gov.in) पर देख सकेंगे। प्रमाणपत्र 17 सितंबर, 2022 को विश्वकर्मा जयंती के शुभ दिन वितरित किए जाएंगे, क्योंकि इसे दीक्षांत दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस वर्ष परिणाम प्रतिशत 89.13 प्रतिशत रहा (परीक्षा देने वाले 16.6 लाख में से लगभग 14.6 लाख प्रशिक्षु पास घोषित हुए)। इस दिन देश भर के वर्ष 2020-22 के दो वर्ष के पाठ्यक्रम और 2021-22 के एक वर्ष और 6 महीने के पाठ्यक्रम के लगभग 8.9 लाख प्रशिक्षुओं को प्रमाणित और सम्मानित किया जाएगा। दीक्षांत समारोह के लिए टॉपर्स की सूची और एसओपी https://dgt.gov.in. पर उपलब्ध है।