देहरादून 13 अक्टूबर,
दिल्ली पुलिस ने राजधानी को दहलाने की साजिश नाकाम कर दी है। करीब दो महीने पहले एक खुफिया इनपुट से शुरू हुई भागदौड़ लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क से मोहम्मद अशरफ अली की गिरफ्तारी पर खत्म हुई। अशरफ अली पाकिस्तान के गांव कोटली सिधवान जिला नारोवाल का रहने वाला है। यह दसवीं कक्षा पास है जो भारत में खुफिया तरीके से रहकर आई एस आई की कई साजिशो को अंजाम दे चुका था और दिल्ली को दहलाने के साजिश बना रहा था। स्पेशल सेल ने दो टीमें बनाकर पूरी साजिश का भांडाफोड़ किया। पुलिस के अनुसार, 2004 में भारत में दाखिल हुआ अशरफ स्लीपर सेल्स का मुखिया था। 2009 से 2017 के बीच वह जम्मू कश्मीर में रहा। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने उसका इस्तेमाल कई टारगेटेड हत्याओं के लिए किया था। उसे इस साल एक आखिरी हमले के लिए ऐक्टिवेट किया गया था मगर दिल्ली पुलिस के जांबाजों ने नापाक इरादों पर पानी फेर दिया।
दिल्ली में बना रखे थे दो-दो ठिकाने
40 साल का अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले का रहने वाला है। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार, उसकी टीम ने कालिंदी कुंज में अशरफ के ठिकाने से एके-47 राइफल, एक्स्ट्रा मैगजीन, 60 राउंड, एक हैंड ग्रेनेड और 50 राउंड्स के साथ दो चीनी पिस्टल बरामद हुई हैं। उसने किराए पर दो जगहें ले रखी थीं। एक शास्त्री नगर के सी ब्लॉक में और दूसरी तुर्कमान गेट पर। पिछले 17 सालों के दौरान अली कई राज्यों में अली अहमद नूरी की भारतीय पहचान लेकर रहा। उसके पास से भारतीय पासपोर्ट और अन्य कागजात भी जब्त किए गए हैं।
उन जांबाजों के नाम जिन्होंने नाकाम किया नापाक प्लान
एसीपी ललित मोहन नेगी
एसीपी हृदय भूषण
इंस्पेक्टर विनोद बड़ोला
इंस्पेक्टर रविंदर त्यागी
सब-इंस्पेक्टर सुंदर गौतम
सब-इंस्पेक्टर यशपाल भाटी
दो महीने पहले एक खुफिया इनपुट मिला कि स्लीपर सेल्स का अगुवाई कर रहा एक संदिग्ध फिर सक्रिय हुआ है। दो टीमें बनाई गईं। कुछ हफ्तों बाद पुलिस को पता चला कि भारत में आतंकी हमले करने के लिए एक पाकिस्तानी नागरिक हथियार और विस्फोटक जुटा रहा है। पुलिस टीम ने जो कुछ पाया, उसके आधार पर 8 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई। पूर्वी दिल्ली में उसके छिपे होने की सूचना मिली।
11 अक्टूबर को पुलिस ने लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क में लोकेशन ट्रेस की। फौरन रेड की गई और अशरफ अली को पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद ट्रांस-यमुना के आसपास इलाकों में छापेमारी कर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।
मोहम्मद अशरफ अली के ज्ञात ठिकाने।
2004 – खुसपेठ कंट्री बांग्लादेश
2004 – कोलकाता भेजा गया
2005 – अजमेर, मौलाना के रूप
2006 – उत्तम नगर, दिल्ली
सागरपुर लक्ष्मी नगर
2007 – उत्तर प्रदेश
2008 – कटिहार, बिहार
2009-17 – जम्मू और कश्मीर
2021 – तुर्कमान गेट, शास्त्री नगर, दिल्ली