देहरादून 03 फरवरी 2022,
न्यूयार्कः विश्व मौसम संस्थान ने अमेरिका के 3 राज्यों में 767 किमी लंबा वज्रपात होने की जानकारी दी है। बिजली वज्रपात की इस घटना को ‘मेगा फ्लैश’ नाम दिया जा रहा है। वज्रपात की यह घटना 29 अप्रैल 2020 को हुई थी, लेकिन अब उसे स्पेस तकनीक की मदद से नापा गया है। यह मेगा फ्लैश 767 किमी के बराबर था जो न्यूयॉर्क शहर, कोलंबस और ओहियो की कुल दूरी के बराबर है।
मेगाफ्लैश सामान्य वज्रपात की श्रेणी से अलग होता हैं। यह विशाल वक्रिय विद्युतीकरण युक्त क्षेत्र से दूसरे विद्युतीकरण युक्त क्षेत्र में जाता है। यह बहुत तेजी से होता है। एक विशाल तूफान मेगाफ्लैश को सैकड़ों किमी दूर तक जाने में मदद करता है और 10 सेकंड से ज्यादा समय तक आकाश में प्रकाश रहता है। यह मेगाफ्लैश ह्यूस्टन के दक्षिणी हिस्से में तूफानी बादलों और बारिश के बीच हुआ था। मंगलवार को विश्व मौसम विज्ञान संस्थान ने इस बात का प्रमाण दिया कि यह वज्रपात दुनिया में सबसे लंबी दूरी का था, इसकी गति अब तक हुए वज्रपात की अपेक्षा 60 किमी ज्यादा थी। इससे पहले हुए वज्रपात का रेकॉर्ड अक्टूबर 2018 में ब्राजील में बना था।जीओईएस-ईस्ट सैटलाइट ने अंतरिक्ष से अपने कैमरे में कैद किया था।
विश्व मौसम विज्ञान संस्थान ने उरुग्वे और उत्तरी आर्जेंटीना के बीच जून 2020 में दिखाई दिए एक और मेगाफ्लैश को भी मान्यता दी। यह मेगाफ्लैश सबसे ज्यादा लंबे समय तक आकाश में बना रहा था। यह करीब 17.1 सेकंड तक बना रहा था। उसने आर्जेंटीना के साल 2019 में दिखाई दिए 16.73 सेकंड के मेगाफ्लैश को पीछे छोड़ दिया था। नए रेकॉर्ड होल्डर का नाम अब बुलेटिन ऑफ अमेरिकन मेट्रोलॉजिकल सोसायटी में प्रकाशित कर दिया गया है।
अमेरिका के इस मैदानी इलाके और लैटिन अमेरिका के ला प्लाटा बेसिन में अक्सर जोरदार तूफान आते रहते हैं। इस दौरान बहुत तेज बिजली भी गिरती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जब भी बिजली गिरने की तेज आवाज सुनाई दे, इंसान को तुरंत ऐसी जगह पर चले जाना चाहिए जहां पर बिजली गिरने का कोई असर असर न हो।