देहरादून 25 फरवरी 2022,
कीव: रूस द्वारा यूक्रेन पर तीन तरफ सैन्य हमला करने और रूसी सेना के कीव में दाखिल होने के बाद भी यूक्रेन अकेला जंग लड़ रहा है। नाटो और अमेरिका ने सेना भेजने से मना कर दिया है। यूक्रेन को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है।उन्होंने बताया कि वे कीव में हैं और वहां रूसी सेना दाखिल हो गई है। उनके दो टारगेट हैं, पहला- कीव और दूसरा मेरा परिवार।
यूक्रेन सरकार ने पूरी सेना को युद्ध में उतारने की घोषणा कर दी है । इसके लिए यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के यूक्रेनी पुरुषों के देश छोड़ने पर पाबंदी लगा दी है।
राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के अनुसार रूस के हमले के पहले दिन 137 लोगों की जान चले गई है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के पहले दिन की लड़ाई के बाद मरने वालों की संख्या 137 हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान की तरह यूक्रेन में भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
रूस के सैन्य हमले से यूक्रेन में भारी तबाही का मंजर है। रूसी सेना ने यूक्रेन के 11 एयरड्रोम समेत जमीनी क्षेत्र में मौजूद करीब 74 सैन्य बुनियादी सुविधाओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। वहीं यूक्रेन ने कहा कि हमले के पहले दिन रूस ने 203 हमले किए। एक घटना में रूसी युद्धपोत पर मौजूद जवानों ने सरेंडर से मना करने पर यूक्रेन के 13 जवानों को मार दिया है।
वलोडिमिर जेलेंस्की ने आशंका जताई है कि अगले 96 घंटे यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं. उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें।यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि वे कीव में हैं और वहां रूसी सेना दाखिल हो गई है. उनके दो टारगेट हैं, पहला- कीव और दूसरा मेरा परिवार. इस बीच सरकार ने पूरी सेना को युद्ध में उतारने का ऐलान किया। इसके लिए यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के यूक्रेनी पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने अपने 10 हजार नागरिकों को मुकाबले के लिए राइफलें दी हैं।
यूक्रेन के राजदूत ने भारत और रूस के बेहतर संबंधों की याद दिलाते हुए पीएम मोदी से बातचीत करने और तनाव खत्म कराने की अपील की।इसके कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सीसीएस यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन के साथ टेलीफोन पर बात करने का फैसला लिया गया। पीएम मोदी ने पुतिन से शांति बहाल करने की अपील की तो साथ ही यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, खास तौर पर वहां फंसे छात्रों की सुरक्षा के संबंध में भी भारत की चिंताओं से पुतिन को अवगत कराया। इसके बाद पुतिन ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सकुशल बाहर निकालने के लिए अपने अधिकारियों को आदेश जारी करने का भरोसा भी दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की और शांति की दिशा में कदम बढ़ाने को कहा। पीएम मोदी और पुतिन के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। पीएम मोदी और पुतिन के बीच इस बातचीत में युद्ध शुरू होने के बाद के हालात पर चर्चा हुई। इस बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को यूक्रेन से जुड़े हाल के घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रूस और नाटो समूह के बीच विवाद को सिर्फ ईमानदार बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने हिंसा को तत्काल खत्म करने की अपील की और राजनयिक स्तर की वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से ठोस प्रयास करने का आह्वान किया है।