देहरादून 10 जनवरी 2022,
उत्तराखंड: पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए बिना चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस हाईकमान के सूत्रों के अनुसार, चुनाव परिणाम आने के बाद ही मुख्यमंत्री चेहरे पर फैसला होगा और कांग्रेस विधायक दल और हाइकमान की सहमति से मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जाएगा। वर्तमान में पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद यह फैसला लिया गया है।
उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समर्थक चाहते हैं कि उनके नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए। इसके लिए हरीश रावत गुट दबाव की राजनीति (प्रैसर पौलिटिक्स) कर कांग्रेस हाईकमान को अपने पक्ष में करने के लिए पिछले कई सालों से कोशिश कर रहा है। दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और उत्तराखंड के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता चुनाव परिणाम आने से पहले मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने के पक्ष में नहीं हैं। चुनाव परिणाम पूर्व मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी तेज़ हो सकती है। गुटबाजी का खामियाजा पूरी पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
कांग्रेस हाईकमान चुनाव से पहले उत्तराखंड के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता को अलग-थलग करने का जोखिम नहीं उठाएगी। कांग्रेस हाईकमान ने चुनाव परिणाम आने से पहले मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए बिना चुनाव लड़ाने का फैसला किया है।
कांग्रेस पार्टी को पंजाब में पुनः वापसी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा को मात देने के लिए बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।