स्वास्थ्य

विशेषज्ञों का कहना है कि एक निश्चित समय तक ही मोबाइल का इस्तेमाल करना चाहिए। मोबाइल एडिक्शन मानसिक संतुलन बिगाड़ सकता है।

देहरादून 29 नवंबर 2021,

मोबाइल एडिक्शन का मामला राजस्थान के चुरू में आया है। एक युवक मोबाइल का शौकीन इस कदर बना कि सुध-बुध तक खो चुका है। यह 20 वर्षीय युवक मानसिक संतुलन खोकर अपने घरवालों तक को नहीं पहचान पा रहा है।

20 साल का अकरम बिजली बाइंडिंग का काम करता है।मोबाइल एडिक्शन के कारण वह पिछले पांच दिन से सोया नहीं है। युवक के चाचा ने बताया कि पिछले एक महीने से वह अपना अपना ज्यादा समय मोबाइल पर बिताने लगा था। कई बार तो ऐसा हो जाता था कि वह पूरी-पूरी रात मोबाइल पर लगा रहता था। उसकी लत इस कदर बढ़ गई थी कि उसने खाना-पीना तक छोड़ दिया था। अकरम की मां ने बताया कि जब वह उसे खाना देने जाती थीं तो वह खाने को बिस्तर पर गिरा देता था।

युवक की मानसिक स्थिति देखकर उसे लेकर चुरू के अस्पताल पहुंचे। यहां पर मनोचिकित्सक अब अकरम का इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उसका सिटी स्कैन कराया है और अब उसके हिसाब से युवक का इलाज किया जा रहा है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में मोबाइल की लत के केसेज बहुत तेजी से बढ़े हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को एक निश्चित समय तक ही मोबाइल का इस्तेमाल करना चाहिए। मोबाइल एडिक्शन मानसिक संतुलन बिगाड़ सकता है।

 

Related posts

आयुष्मान भवः कैम्पेन के तहत जारी है अभियान,54 लाख को वितरित किये गये आयुष्मान कार्ड

Dharmpal Singh Rawat

कोविड-19 अपडेट

Dharmpal Singh Rawat

” राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 17 अप्रैल”

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment