देहरादून 21नवंबर 2021,
श्रीबद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 20 नवंबर मार्गशीर्ष 5 गते प्रतिपदा को वृष लग्न- राशि में शाम 6 बजकर 45 मिनट पर विधि-विधान से बंद हो गए।श्रीबद्रीनाथ मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया था। रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी द्वारा कपाट बंद करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
ब्रह्ममुहुर्त में श्रीबद्रीनाथ मंदिर के द्वार खुल गये थे। भगवान बदरीजी की अभिषेक पूजा-अर्चना एवं दर्शन पश्चात बाल भोग समर्पित किया गया। श्रद्धालुओं ने दर्शन किये और दिन का भोग प्रसाद चढाया । विष्णुसहस्त्रनाम पूजाएं तथा शयन आरती संपन्न हुई। सांयकाल साढे पांच बजे श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी, एवं गरूड़ जी के मंदिर गर्भ गृह से बाहर मंदिर परिसर में आते ही रावल द्वारा मां लक्ष्मी को मंदिर भगवान श्रीबद्रीनाथ के समीप विराजमान किया। घृत कंबल भगवान को ओढ़ाया गया। रावल ने श्रद्धालुओं सहित मंदिर के मुख्य द्वार से बाहर की तरफ प्रस्थान किया और शाम 6 बजकर 45 मिनट पर भगवान श्रीबद्रीनाथ मंदिर का मुख्य कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिये गये।