देहरादून 04 जनवरी 2022,
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि, एयर इंडिया के विनिवेश के लिए बोली प्रक्रिया मनमानी, भ्रष्ट, दुर्भावनापूर्ण, असंवैधानिक और जनहित के खिलाफ थी।
उन्होंने एयर इंडिया को टाटा संस के पक्ष में किए जाने के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया और एक याचिका दायर की है।
स्वामी ने मौजूदा एयर इंडिया विनिवेश प्रक्रिया के संबंध में अधिकारियों द्वारा किसी भी अग्रिम कार्रवाई या निर्णय या अनुमोदन अथवा अनुमति को रद्द करने का अनुरोध किया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने अधिवक्ता सत्य सबरवाल के माध्यम से दायर याचिका में अधिकारियों की भूमिका और कार्यशैली की सीबीआई जांच कराने और इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश करने का भी अनुरोध किया है।
गत अक्टूबर 2021को सरकार ने टाटा संस की एक कंपनी की तरफ से लगाई गई बोली को स्वीकार कर एयर इंडिया के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। एयर इंडिया के साथ उसकी सस्ती विमान सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी शत-प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की जाएगी। साथ ही उसकी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा समूह को दी जाएगी।
सांसद सुब्रमण्यम स्वामी इसका विरोध करते हुए, ट्वीट किया था कि, यह डील पूरी तरह से देश हित में नहीं है। ऐसा करके मुझे कोर्ट जाने पर मजबूर किया जा रहा है। हम अपने परिवार के सदस्य को इस तरह से बेच नहीं सकते।