दिल्ली, संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभा में संसद सुरक्षा में चूक मामले में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बयान देने तथा विपक्षी दालों के निलंबन को वापस किए जाने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामे के चलते लोकसभा स्पीकर ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को लोकसभा के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही 45 राज्यसभा के सदस्यों को भी निलंबित किया गया है । दिया गया। कुछ दिन पहले लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सांसद को निलम्बित किया गया था। इस शीतकालीन सत्र में 92 सांसदो को अमर्यादित आचरण करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने हैंड सांसदों के निलंबन पर सफाई देते हुए कहा कि विपक्षी सांसद पिछले चार दिनों से लगातार लोकसभा में जनकल्याण से जुड़े विधायक को रोकने की कोशिश कर रहे थे, हंगामा कर रहे थे. इसीलिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी पड़ी है. विपक्ष का रवैया गैर जिम्मेदाराना है।
वहीं कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, हमारी मांग है- हमारे जिन साथी सांसदों को निलंबित किया गया है, उनकी बहाली की जाए और गृहमंत्री जी संसद की सुरक्षा चूक पर सदन में आकर बयान दें। सदन चलाने के लिए सरकार को विपक्ष को कॉन्फिडेंस में लेना होगा, लेकिन आज मोदी सरकार तानाशाही कर रही है। वो अपने इशारे पर सदन को चलाना चाहती है।