देहरादून 13 मई 2022,
कांग्रेस के चिंतन शिविर के उद्घाटन भाषण में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी नेताओं से कहा कि, आप यहां खुलकर अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन बाहर यही संदेश जाना चाहिए कि संगठन एक है। कांग्रेस के चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने अनुशासन पर जोर देते हुए, पार्टी के नेताओं से कर्ज उतारने की अपील की है।
चिन्तन शिविर को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हम सबको बहुत कुछ दिया है और अब उसका कर्ज लौटाने की बारी है। कांग्रेस पार्टी नेताओं का उत्साह वर्धन करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि कार्यकर्ता जब यहां से निकलें तो नई ऊर्जा, नई प्रतिबद्धता और प्रेरणा के साथ निकलेंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता को एक बार फिर से कांग्रेस से बड़ी उम्मीदें हैं और हमें उनको पूरा करके दिखाना होगा।
सोनिया गांधी ने इस दौरान मोदी सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आज मुस्लिमों पर देश भर में अत्याचार हो रहे हैं। वे भी बराबर के शहरी हैं और उन्हें भी समान अधिकार हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के लोग आज उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। खासतौर पर दलितों को सजा दी जा रही है। सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है और नोटबंदी के बाद से ही लगातार गिरावट का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि लोग अब यह मान चुके हैं कि उनको नौकरियां नहीं मिलने वाली हैं।
भारतीय जनता पार्टी की निजीकरण की पॉलिसी पर सवाल उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ नए रोजगार के अवसर पैदा नहीं किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ लोगों के कल्याण और विकास में योगदान के लिए बनी सरकारी प्रतिष्ठानों को भाजपा की चहेती कंपनियों को बेचा जा रहा है।