देहरादून 20 अक्टूबर 2022,
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में दिल्ली नगर निगम के कूड़े से बिजली उत्पादन करने वाले तेहखण्ड वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने राजधानी को स्वच्छता के माध्यम से कूड़ामुक्त करने का जो संकल्प लिया है, आज इस दिशा में हम कुछ कदम और आगे बढ़े हैं। कचरे के पहाड़ अब धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं, कचरा निस्तारण के लिए अनेक संयंत्र लगाए गए हैं, गटर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई है और कचरे के कलेक्शन के लिए भी एक साइंटिफिक नेटवर्क देशभर में बनाने की शुरूआत हुई है
इस संयंत्र के शुरू होने से दिल्ली में प्रतिदिन 2,000 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण की क्षमता और बढ़ जाएगी साथ ही यह प्लांट 25 मेगावाट तक हरित ऊर्जा का उत्पादन भी करेगा।
श्री शाह ने कहा कि शहरों में व्यवस्था, सुशासन लाने और शहरों की सभी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा 2014 में बनाई गई शहरी विकास नीति के कारण आज पूरे भारत के शहर बदल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने शहरी विकास नीति को तीन हिस्सों में बांटा है- पहला, शहरों को आधुनिक बनाने के लिए स्मार्ट सिटी मिशन, ई-गवर्नेंस, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों का जाल खड़ा करना। दूसरा, शहरों में बुनियादी ढांचे का कायाकल्प करके उन्हें आधुनिक बनाने के लिए अमृत मिशन, रेरा कानून, 25 से अधिक शहरों में मेट्रो का नेटवर्क और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन है। तीसरा, शहरों को स्वच्छ बनाना जिससे शहरों में रहने वाले सभी लोगों, विशेषकर झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वालों, के स्वास्थ्य को इसका फायदा पहुंच सके।
श्री अमित शाह ने कहा कि “दिल्ली सरकार मानती है कि विज्ञापन से विकास होता है और इंटरव्यू से जनता भ्रमित होती है, ये दिल्ली को आप-निर्भर बनाना चाहते हैं और हम दिल्ली को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। दिल्ली सरकार ने तीनों नगर निगमों के साथ अन्याय और दोयम दर्जे का व्यवहार कर निगम का करोड़ों रूपये रोकने का काम किया, लेकिन केंद्र में मोदी सरकार है हम दिल्ली के विकास के काम रुकने नहीं देंगे। दिल्ली की जनता तय करे कि उन्हें विज्ञापन की राजनीति चाहिए या विकास की, प्रचार की राजनीति चाहिए या परिवर्तन की, भ्रष्टाचार की राजनीति चाहिए या पारदर्शिता की।