देहरादून 30 अप्रैल 2023,
जनकवि डा अतुल शर्मा की आत्मकथा ” दून जो बचपन मे देखा ” के दूसरे अंक के विमोचन के अवसर पर केबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार सुबोध उनियाल ने कहा कि यह पुस्तक बहुत महत्वपूर्ण है। इसमे उस देहरादून का वर्णन है जो हम सब की यादो मे है। उन्होंने अपने निवास पर आयोजित पुस्तक पर चर्चा गोष्ठी मे कहा कि इस पुस्तक से पुराने दून की यादे ताजा हो गयी हैं।
इस अवसर पर उत्तराखंड आन्दोलनकारी नेता रविन्द्र जुगरान ने कहा कि यह डा अतुल शर्मा की आत्मकथा है जो उनकी बचपन की स्मृतियों को समेटे हुए है। उन्होंने देहरादून के उस समय का दस्तावेज बना दिया है जो बेहद यादगार रहा है । विशेष रुप से यहा के मौसम, व्यक्तियों, नहरों आदि का वर्णन किया गया है।
कहानीकार रेखा शर्मा ने कहा कि यह पुस्तक डा अतुल शर्मा के बचपन की स्मृतियों का सजीव वर्णन है। लीची के बागो से भरे डालनवाला मे हर कोठी मे लीची आम के पेड़ जरूर होते थे। ई.सी. रोड की नहर तो यहाँ के वातावरण मे जीवन का अलग दृष्य प्रस्तुत करती थी । डा अतुल शर्मा ने इस पुस्तक मे महान मानवता वादी एम एन राय और महान क्रांतिकारी रास बिहारी बोस व महावीर त्यागी, और शर्मदा त्यागी सहित बहुत लोगो का स्वाभाविक चित्र प्रस्तुत किया है। कवयित्री रंजना शर्मा ने पुस्तक मे आये उन पलो का वर्णन किया जिसमे डा अतुल ने हिन्दी सिनेमा के चर्चित खलनायक के एन सिह, प्रतिष्ठित साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन और मूर्ति कार द्विजेन सेन को देखा और उनसे मिले। इसी के साथ यहाँ के पुस्तकालय, घरो, बाज़ार आदि का वर्णन है जो हमे कल्पना लोक मे ले जाते हैं।