देहरादून 15 अगस्त 2023,
दिल्ली: लाल किले के प्राचीर से आज 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों संबोधित करते हुए 2014 के बाद से अब तक की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा, ‘’ इस कालखण्ड में जो हम करेंगे, जो कदम उठाऐंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, एक के बाद एक फैसले लेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए इसका प्रभाव पैदा करने वाली हैं।‘’ ‘गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश पंचप्राण को समर्पित हो करके एक नए आत्मविश्वास के साथ आज आगे बढ़ रहा है। नए संकल्पों को सिद्ध करने के लिए वो जी-जान से जुड़ रहा है। मेरी भारत माता जो कभी ऊर्जा का सामर्थ्य था, लेकिन राख के ढेर में दबी पड़ी थी। वो भारत माँ 140 करोड़ देशवासियों के पुरुषार्थ से, उनकी चेतना से, उनकी ऊर्जा से फिर एक बार जागृत हो चुकी है। डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी की ये त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। आज पूरे विश्व में देशों की उम्र ढल रही है, ढलाव पर है तो भारत यौवन की तरफ ऊर्जावान हो करके बढ़ रहा है। कितने बड़े गौरव का कालखंड है कि आज 30 साल की कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक कहीं है तो ये भारत मां की गोद में है।‘’
कोरोना के बाद एक नया विश्व ऑर्डर, एक नया ग्लोबल ऑर्डर, एक नया जियो पॉलिटिकल इक्वेशन यह बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। जियो पॉलिटिकल इक्वेशन की सारी व्याख्याएं बदल रही है, परिभाषाएं बदल रही है। भारत की समृद्धि, विरासत आज दुनिया के लिए एक अवसर बन रही है। ग्लोबल इकोनॉमी, ग्लोबल सप्लाई चैन में भारत की हिस्सेदारी, मैं पक्के विश्वास से कहता हूं, आज जो भारत में परिस्थिति पैदा हुई है, आज जो भारत ने कमाया है, वो दुनिया में स्थिरता की गारंटी ले करके आया है।
देश के पास आज ऐसी सरकार है, वो सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय देश के संतुलित विकास के लिए समय का पल-पल और जनता की पाई-पाई जनता की भलाई के लिए लगा रही है और मेरी सरकार, मेरे देशवासियों का मान एक बात से जुड़ा हुआ है, हमारे हर निर्णय, हमारी हर दिशा, उसका एक ही मानदंड है, राष्ट्र प्रथम।
ब्यूरोक्रेसी के लोग, मेरे लाखों हाथ-पैर, जो हिन्दुस्तान के कोने-कोने में सरकार के हिस्से के रूप में काम कर रहे हैं, उन्होंने ब्यूरोक्रेसी ने ट्रांसफोर्म करने के लिए परफोर्म की जिम्मेदारी बखूबी निभाई और उन्होंने परफोर्म करके दिखाया और जनता-जनार्दन जुड़ गई तो वो ट्रांसफोर्म होता भी नजर आ रहा है। दुनिया को युवा शक्ति की जरूरत है, युवा स्किल की जरूरत है। हमने अलग स्किल मिनिस्ट्री बनाई, वो भारत की आवश्यकताओं को तो पूरा करेगी, वो दुनिया की आवश्यकताओं को भी पूर्ण करने का भी सामर्थ्य रखेगी।‘’ हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे और आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरुषार्थ रंग लाया है कि हम विश्व की अर्थव्यवस्था में 5वें नंबर पर पहुंच चुके हैं।‘’
जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है तो सिर्फ तिजोरी नहीं भरती है, देश का सामर्थ्य बढ़ता है।
‘’जब देश में गरीबी कम होती है तब देश के मध्यम वर्गीय वर्ग की ताकत बहुत बढ़ती है। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है, देश पहले तीन वैश्विक इकोनॉमी में अपनी जगह ले लेगा। आज जो साढ़े 13 करोड़ गरीबी से बाहर आए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा आज देश रिन्यूएबल एनर्जी में काम कर रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन पर काम हो रहा है। देश की आन्तरिक्ष में क्षमता बढ़ रही है। डीप सी मिशन में भी सफलता के साथ आगे चल रहा है। देश में रेल आधुनिक हो रही है, तो वंदे भारत, बुलेट ट्रेन भी आज देश के अंदर काम कर रही है।‘आज गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है तो वांटेड क्वांटम कंप्यूटर के लिए भी देश तय करता है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी पर काम हो रहा है तो दूसरी तरफ जैविक खेती पर भी हम बल दे रहे हैं। आज किसान उत्पादक संघ ऐप का निर्माण हो रहा है तो हम सेमीकंडक्टर का भी निर्माण करना चाह रहे हैं। हमने वहां वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज का एक कार्यक्रम शुरू किया है। देश की सीमा पर स्थित गांव के बारे में कहा जाता था कि, ये देश के आखिरी गांव हैं। हमने उस पूरी सोच को बदला है। वो देश का आखिरी गांव नहीं है, सीमा पर जो नजर आ रहा है, वो मेरे देश का पहला गांव है। हमने लाइफ मिशन लॉन्च किया है। लाइफस्टाइल फॉर एनवायरमेंट हमने दुनिया के सामने मिलकर इंटरनेशनल सोलर एलाइंस बनाया और आज दुनिया के कई देश इसका हिस्सा बन रहे हैं।‘’
उन्होंने विपक्षी दलों के परिवारवाद पर कहां, हमारे देश को नोंच लिया है परिवारवाद ने। इस परिवारवाद ने देश को जिस प्रकार से जकड़ करके रखा है उसने देश के लोगों का हक छीना है, और तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है।