विज्ञान

यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई का उद्देश्य एआई की गहरी समझ को बढ़ावा देना।

दिल्ली, यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई’ भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (एनईजीडी) और इंटेल इंडिया की एक सहयोग-आधारित कार्यक्रम है। जो आगामी ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जीपीएआई) शिखर सम्मेलन में यह प्रमुखता से प्रदर्शित होने के लिए तैयार है। इस कार्यक्रम को युवाओं को आवश्यक एआई कौशल से लैस करने के लिए डिजाइन किया गया है। कार्यक्रम के माध्यम से भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को सक्षम बनाने के उद्देश्य से अपने अभिनव दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता की ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है।

यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई का उद्देश्य एआई की गहरी समझ को बढ़ावा देना है। इससे देश भर में कक्षा 8 से 12 तक के स्कूली छात्रों को एआई कौशल के साथ सक्षम बनाया जा सकेगा। साथ ही, उन्हें मानव-केंद्रित डिजाइनर और एआई के उपयोगकर्ता बनने के लिए सशक्त बनाना भी संभव हो सकेगा। जीपीएआई शिखर सम्मेलन एक ऐसा वैश्विक मंच है, जहां 12-14 दिसंबर, 2023 तक एआई के क्षेत्र के दिग्गजों, नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों को एक साथ लाया जा रहा है। यह यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई को अपना प्रभाव और महत्व को दर्शाने में एक आदर्श मंच प्रदान करेगा। जैसा कि दुनिया एआई की परिवर्तनकारी शक्ति को देखती है, यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई एक उत्साहजनक उम्मीद की किरण के रूप में सामने है, जो अगली पीढ़ी को असंख्य सामाजिक चुनौतियों को हल करने के लिए एआई का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए मार्गदर्शन कर रही है।

यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई प्रोग्राम की मुख्य विशेषताएं :

1. तीन चरणों में प्रगति करते हुए, यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई कार्यक्रम को कई समूहों में लागू किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिकतम छात्रों को भविष्य के लिए तैयार होने का मौका मिले। यह छात्रों को उनके एआई ज्ञान को वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की दिशा में निर्देशित करने के लिए कई सामाजिक विषयों से परिचित कराता है।

2. पहले समूह में, 8,500 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया। इसके बाद, उन्होंने एआई की मौलिक अवधारणाओं को सीखने के लिए ऑनलाइन ओरिएंटेशन सत्र में भाग लिया। शिक्षकों ने भी कार्यक्रम में नामांकन किया और ओरिएंटेशन सत्र में भाग लिया। इसके बाद छात्रों ने कार्यक्रम के आठ मुख्य विषयों में से एक के तहत एआई-आधारित नवीनतम विचार प्रस्तुत किए।

3. लोगों ने अवधारणाओं की प्रविष्टियों के द्वारा कार्यक्रम के प्रति गहरी रुचि दिखाई। चरण 1 में 750 से अधिक छात्रों ने अपने एआई-आधारित विचार प्रस्तुत किए। चरण 2 में, शीर्ष 200 एआई-आधारित विचारों को शॉर्टलिस्ट किया गया। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों ने प्रमाणित इंटेल एआई प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों के साथ ऑनलाइन डीप डाइव एआई प्रशिक्षण और मेंटरशिप सत्र में भाग लिया। इससे छात्रों को उनके समाधान बढ़ाने में मदद मिली। फिर छात्रों ने चरण 3 के मूल्यांकन के लिए अपने एआई प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।

4. चरण 3 में, शीर्ष 50 छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया गया था और उन्हें चार-दिवसीय आमने-सामने रैपिड मॉडलिंग कार्यशाला में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसका लक्ष्य प्रत्येक छात्र को अपनी परियोजनाओं को बेहतर बनाने के लिए एक-एक उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन, अप्रेंटिसशिप और प्राप्त करने और उन्हें प्रोटोटाइप के रूप में विकसित करने में मदद करना है। शीर्ष 10 छात्रों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए कई जूरी पैनल द्वारा ऑन-स्पॉट प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन आयोजित किया गया था।

यूथ फॉर उन्नति और विकास विकास विद एआई को जीपीएआई शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाएगा, जिसमें शीर्ष 10 फाइनलिस्ट अपनी एआई-आधारित सामाजिक प्रभाव वाली परियोजनाओं का प्रदर्शन करेंगे। जीपीएआई शिखर सम्मेलन शुरू होने के साथ ही, यूथ फॉर उन्नति और विकास विद एआई का लक्ष्य नीति निर्माताओं, शिक्षकों और उद्योग जगत के दिग्गजों को एक ऐसा भविष्य बनाने में सहयोग करने के लिए प्रेरित करना है, जहां एआई सिर्फ एक उपकरण नहीं है बल्कि सकारात्मक बदलाव के लिए एक ताकत है।

 

***

 

Related posts

WHAT IS ISRAEL IRON DOME?

Dharmpal Singh Rawat

बहुत ही कम समय में 140 से अधिक अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के साथ, भारत की स्थिति मजबूत:डॉ. जितेंद्र सिंह।

Dharmpal Singh Rawat

चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर, 2022, मंगलवार 17 कार्तिक, शक संवत 1944 को।

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment