देहरादून/दिल्ली,
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश ने महंगाई, बेरोजगारी और कथित भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर कटघरे में खड़ा किया है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”अब जी-20 की बैठक खत्म हो गई है, मोदी सरकार को घरेलू मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”अगस्त में भोजन की एक आम थाली का दाम 24 फीसदी बढ़ गया है। देश में बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत है। खरगे ने पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि,भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने 2019 चुनाव के पहले आरबीआई के खजाने से मोदी सरकार को 3 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित करने के सरकारी दबाव का विरोध किया था। यह खुलासा अब सामने आया है।”
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बढ़ती महंगाई और नौकरियों की कमी को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए केन्द्रीय सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भले ही प्रधानमंत्री अपने द्वारा किए गए सभी कामों के बारे में बात करते हैं, लेकिन कीमतें बढ़ती जा रही हैं।
जयराम रमेश ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, प्रधानमंत्री और उनका इकोसिस्टम चाहे कितनी भी उपलब्धियां गिनाएं, वास्तविकता यह है कि सरकार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में विफल रही है। जरा इस रिपोर्ट को देखें – थाली एक साल में 24 फीसदी महंगा हो गया है। उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट संलग्न करते हुए कहा, एक तरफ, बेरोजगारी रिकॉर्ड तोड़ रही है। दूसरी तरफ, मुद्रास्फीति आसमान छू रही है और कुछ ठोस उपाय करने के बजाय, सरकार केवल इन मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।