नई दिल्ली में आयोजित 9वें जी-20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि, यह समिट, एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग पार्लियामेंट्री एक्शन का महाकुंभ है। आप सभी डेलीगेट्स, अलग-अलग पार्लियामेंट्स की कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना, हम सभी के लिए बहुत सुखद है।
प्रधानमंत्री ने भारत इन दिनों भारत भर में बहुत सारी फेस्टिव एक्टिविटीज़ चलती रहती हैं। लेकिन जी-20 ने इस बार फेस्टिव सीज़न के उत्साह को पूरे साल भर बनाए रखा है। हमने पूरे साल जी-20 के डेलीगेट्स को भारत के अलग-अलग शहरों में ठहराया गया है। जिससे शहरों में फेस्टिविटी का माहौल बना रहा।
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि,इसके बाद भारत ने चांद पर पर लैंड किया। इसने पूरे देश को सेलिब्रेशन को और बढ़ा दिया। फिर, हमने यहां दिल्ली में ही एक सफल जी-20 समिट को होस्ट किया। और अब यहां ये पी-20 समिट हो रही है। किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत उसके लोग होते हैं, उसके लोगों की इच्छा-शक्ति होती है। ये समिट आज, लोगों की इस ताकत को भी सेलीब्रेट करने का माध्यम बनी है।
पी-20 समिट, उस भारत-भूमि पर हो रही है, जो मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी है, जो दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है। दुनिया की विभिन्न पार्लियामेंट्स के प्रतिनिधि के तौर पर आप जानते हैं कि पार्लियामेंट्स, डिबेट और डेलिब्रेशन का महत्वपूर्ण स्थान होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रियाओं में निरंतर सुधार हुआ है, ये प्रक्रियाएं और सशक्त हुई हैं। भारत में हम लोग जनरल इलेक्शन्स को सबसे बड़ा पर्व मानते हैं। 1947 में आजादी के मिलने के बाद से अभी तक भारत में 17 जनरल इलेक्शन्स और 300 से अधिक स्टेटस असेंबलीज इलेक्शन हो चुके हैं। भारत, दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्शन ही नहीं कराता, बल्कि इसमें लोगों का पार्टिसिपेशन भी लगातार बढ़ रहा है। 2019 के जनरल इलेक्शन में देशवासियों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया है। 2019 का जनरल इलेक्शन हुमन हिस्ट्री की सबसे बड़ी डेमोक्रेटिक एक्सरसाइज़ थी। इसमें 60 करोड़ यानि 600 मिलियन से अधिक वोटर्स ने हिस्सा लिया है।
कुछ दिनों पहले ही भारत की पार्लियामेंट ने एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है, जिससे भारत ने अपनी पार्लियामेंट और स्टेट लेजिसलेटिव असेंबलीज में महिलाओं को 33 परसेंट आरक्षण देने का निर्णय़ लिया है।
दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए जन-भागीदारी से बेहतर माध्यम नहीं हो सकता। मेरा हमेशा से ही मानना रहा है कि सरकारें बहुमत से बनती हैं, पर देश सहमति से चलता है। हमारी पार्लियामेंट्स, और ये पी-20 फोरम भी इस भावना को सशक्त कर सकती है। डिबेट और डेलिब्रेशन्स से इस दुनिया को बेहतर बनाने के हमारे प्रयास ज़रूर सफल होंगे। मुझे विश्वास है भारत में आपका प्रवास सुखद होगा। मैं एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता और भारत में आपकी सुखद यात्रा की शुभकामना देता हूं।