अंतरराष्ट्रीय समाचार

जी-20 शिखर सम्मेलन में शीर्ष नेताओं ने जलवायु मोर्चे सहित विश्व के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तत्काल आवश्यकता होने का आह्वान किया।

देहरादून 9 सितंबर 2023,

दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 समिट का आयोजन चल रहा है। इस बैठक में सदस्य देशों समेत 29 देश के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिध शामिल होने भारत आए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में कहा कि, हमारे मंत्रियों की टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्ली जी-20 नेतृत्व घोषणा पर सहमति बन गई है। मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं।

*New Delhi Leaders Declaration,

Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth.

*Accelerating Progress on SDGs

Green Development Pact for a Sustainable Future.

*Multilateral Institutions for the 21st Century.

*Reinvigorating Multilateralism

जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए यहां एकत्र हुए दुनिया के शीर्ष नेताओं ने जलवायु मोर्चे सहित विश्व के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तत्काल आवश्यकता होने का आह्वान किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों को समर्थन देने के लिए विश्व बैंक की क्षमता को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।  राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी कम करने व समावेशी आर्थिक विकास को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विश्व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए जी-20 भागीदारों के साथ एक बड़ी नई पहल का नेतृत्व कर रहे हैं – साथ ही उन वैश्विक चुनौतियों का बेहतर समाधान कर रहे हैं जो इन लक्ष्यों को पाने को कमजोर कर सकती हैं।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी-20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए 15 साल पहले पहली बार एक साथ आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम (अब) अत्यधिक चुनौतियों वाले समय में मिल रहे हैं – दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी-20 की ओर देख रही है। मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि उनके देश की जी-20 अध्यक्षता के दौरान जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक मुहिम के लिए एक कार्य बल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम शमन, अनुकूलन, हांनि और क्षति तथा वित्तपोषण के बीच संतुलित जलवायु एजेंडे के साथ, ग्रह की स्थिरता और लोगों की गरिमा सुनिश्चित करते हुए 2025 में ‘सीओपी 30’ तक पहुंचना चाहते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि जी20 ने अफ्रीकी संघ को समूह के सदस्य के रूप में स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘अफ्रीकी और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों के रूप में, हमें गरीबी, असमानता और बेरोजगारी जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों के बीच अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का बोझ उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका सतत विकास के लिए उन्नत और विस्तारित वैश्विक साझेदारी का आह्वान करता है.’’ उन्होंने कहा कि इसे विकास के लिए वित्तपोषण पर अदीस अबाबा कार्रवाई एजेंडा में उल्लिखित ठोस नीतियों और कार्यों द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि जी-20 देशों के नेताओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ शामिल होने से पहले ‘‘हमने एक सामूहिक तस्वीर खिंचवाई.’’ तस्वीर की पृष्ठभूमि में वह पहिया है जो कोणार्क सूर्य मंदिर का प्रतीक है, जो यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है।

यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन मानव निर्मित है। उन्होंने कहा, ‘‘तो इसका मतलब है कि हम इसका समाधान कर सकते हैं. इसके लिए हमें नवाचार, हरित प्रौद्योगिकियों में निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और दक्षता की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘जी20 में, मैंने नेताओं को वैश्विक कार्बन मूल्य निर्धारण के आह्वान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. अधिक खंडित दुनिया में, वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक मंच के रूप में जी20 की भूमिका महत्वपूर्ण है. इसलिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में दिल्ली शिखर सम्मेलन महत्वपूर्ण साबित होगा.’’ उन्होंने कहा कि इसे सफल बनाने के लिये यूरोपीय संघ हर संभव

प्रयास करेगा।

 

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