राष्ट्रीय समाचार

General Upendra Dwivedi took charge as the new Army Chief.

दिल्ली , जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को नए सेना प्रमुख का पदभार ग्रहण कर लिया। वह भारतीय सेना के 30वें सेना प्रमुख बने हैं। वहीं एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने 1 मई को भारतीय नौसेना की कमान संभाली थी। खास बात ये है कि दोनों बचपन के क्लासमेट रह चुके हैं। अब दोनों एक साथ भारतीय सेना के इतने बड़े पद पर एक साथ पहुंचे हैं।दोनों अधिकारियों की नियुक्ति दो महीने के अंदर आर्मी और नौसेना के प्रमुख के पद पर हुई है। एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने 1 मई को भारतीय नौसेना की कमान संभाली थी। तो

जनरल द्विवेदी इससे पहले सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत थे. सेनाध्यक्ष के रूप में जनरल द्विवेदी की नियुक्ति को सरकार ने 11 जून को मंजूरी दी थी। उन्होंने आज सेवानिवृत्ति हुए जनरल मनोज पांडे की जगह पदभर ग्रहण किया है।

जनरल उपेंद्र द्विवेदी एक निपुण सैन्य अधिकारी हैं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में 40 वर्षों की सेवा की है। जनरल द्विवेदी सैनिक स्कूल, रीवा (मध्य प्रदेश) के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्हें 1984 में जम्मू और कश्मीर राइफल्स की रेजिमेंट में कमीशन दिया गया था। जनरल द्विवेदी के पास विभिन्न परिचालन वातावरण में उत्तरी, पूर्वी और पश्चिमी थिएटरों में संतुलित कमान के साथ-साथ स्टाफ एक्सपोजर का एक अनूठा अनुभव है।

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना एडमिरल ने मध्य प्रदेश के रीवा के सैनिक स्कूल में पढ़ाई की थी। वे 1970 के दशक की शुरुआत में कक्षा 5वीं-ए में स्कूल में एक साथ पढ़ते थे।

रक्षा मंत्रालय का ट्वीट

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने इस संंबंध में ट्वीट कर कहा है कि ” ये वाकई अद्भुत है कि दो प्रतिभाशाली छात्रों को प्रशिक्षित करने का यह दुर्लभ सम्मान, जो 50 साल बाद अपनी-अपनी सेवाओं का नेतृत्व करेंगे, मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल को जाता है।”

General Upendra Dwivedi took charge as the new Army Chief.

Related posts

जम्मू कश्मीर में दर्दनाक बस दुर्घटना:लगभग 6 जवान शहीद, और 32 घायल।

Dharmpal Singh Rawat

नये संसद भवन में, एक भारत श्रेष्ठ भारत की महक भी है। भारत की सभ्यता और संस्कृति की चेतना भी है। इसमें, हमारी लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं के सम्मान का प्रण भी है:राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु।

Dharmpal Singh Rawat

hearing was held in the Supreme Court on April 16 regarding the demand for 100 percent cross-checking of VVPAT slips.      

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment