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हरित क्रांति के जनक पद्म विभूषण डॉ. एमएस स्वामीनाथन का निधन:प्रधानमंत्री ने शोक जताया।

दिल्ली: प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक पद्म विभूषण डॉ. एमएस स्वामीनाथन आज चैन्नई में निधन हो गया। डॉ. एमएस स्वामीनाथन के कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम योगदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने डॉक्टर स्वामीनाथन के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी के निधन से गहरा दुख हुआ। हमारे देश के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय में, कृषि में उनके अभूतपूर्व काम ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की। कृषि में अपने क्रांतिकारी योगदान के अलावा, डॉ. स्वामीनाथन नवप्रवर्तन के पावरहाउस और कई लोगों के लिए एक प्रेरक गुरु थे। अनुसंधान और परामर्श के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने अनगिनत वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक डा. एम.एस. स्वामीनाथन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री तोमर ने डा. स्वामीनाथन जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास में उनका अभूतपूर्व योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा और उनका कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता रहेगा। कृषि सेक्टर की प्रगति में योगदान के कारण डा. स्वामीनाथन जी की न केवल भारतवर्ष, बल्कि पूरे विश्व में प्रतिष्ठा रही है।

श्री तोमर ने कहा कि हमारे देश की खाद्यान्न आत्मनिर्भरता में डा. स्वामीनाथन की सेवाएं कभी भुलाई नहीं जा सकती। उनकी सिफारिश पर भारत सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देकर किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, साथ ही उनके नेतृत्व में की गई अन्य विभिन्न अनुसंशाएं भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने स्वीकार करते हुए उन्हें कृषि क्षेत्र एवं किसानों के हितों में लागू किया है।

कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में हरित क्रांति के जनक के रूप में प्रसिद्ध महान कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन जे निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि देश ने एक महान वैज्ञानिक खो दिया है जिसने लोगों में वैज्ञानिक सोच पैदा करके कृषि की तस्वीर बदली है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि डॉ. स्वामीनाथन भारत की हरित क्रांति के प्रमुख वास्तुकार रहे हैं और देश को खाद्यान्न मामले में आत्मनिर्भर बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।उन्होंने कहा, ” डॉ एम. एस. स्वामीनाथन के निधन पर मेरी श्रद्धांजलि। एक महान वैज्ञानिक और पद्म विभूषण से सम्मानित, कृषि विज्ञान के क्षेत्र में महान योगदान देने और देश को खाद्यान्न क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में उनके परिवर्तनकारी कार्यो को हमेशा याद रखा जाएगा।

 

 

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