दिल्ली, भारत ने अर्जेंटीना में लिथियम की खोज और खनन परियोजना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना की लागत लगभग 200 करोड़ रुपये है। इलेक्ट्रोकेमिकल सेल बनाने , इलेक्ट्रिक वाहन, लैपटॉप आदि के निर्माण में लिथियम एक महत्त्वपूर्ण घटक है। खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड पांच लिथियम ब्लॉकों की खोज और विकास कार्य शुरू करेगा। इस समझौते से लिथियम सोर्सिंग के लिए भारत के प्रयासों को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।
खान मंत्रालय, भारत सरकार ने खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड (केएबीआईएल) और अर्जेंटीना के कैटामार्का प्रांत के राज्य के स्वामित्व वाले उद्यम कैटामार्का में कैटामार्का मिनेरा वाई एनर्जेटिका सोसिएडैड डेल एस्टाडो (सीएएमवाईईएन एसई), कैटामार्का, अर्जेंटीना के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि अर्जित की है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा़, यह एक ऐसा कदम है जो टिकाऊ भविष्य के लिए ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने में न केवल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, बल्कि यह भारत में विभिन्न उद्योगों के लिए आवश्यक, महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए एक लचीली और विविध आपूर्ति श्रृंखला भी सुनिश्चित करने में भी योगदान देगा।
दुनिया के कुल लिथियम संसाधनों के आधे से भी अधिक की मौजूदगी के कारण अर्जेंटीना, चिली और बोलीविया के साथ “लिथियम ट्राइएंगल” का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा लिथियम स्रोत, तीसरा सबसे बड़ा लिथियम भंडार और चौथा सबसे बड़ा उत्पादन देश होने का भी गौरव प्राप्त है।
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