दिल्ली, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ आईडीएस ने आज अपना 23वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू द चेयरमैन, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी सीआईएससी लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। सीआईएससी ने ‘’पर्पल बिरादरी’ के सभी रैंकों को बधाई दी है और उन्हें एकीकृत सशस्त्र बलों के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित किया है।
ज्ञातव्य है कि,भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा संरचना के महत्वपूर्ण उद्देश्य को पूरा करने के लिए इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ को 1 अक्टूबर 2001 को एक त्रि-सेवा संस्था के रूप में स्थापित किया गया था। यह सेवाओं के बेहतर तालमेल और समर्पण को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से अपने आदर्श-वाक्य ‘संयुक्तता के माध्यम से विजय’ को पूरा करने के उद्देश्य से कई पहलों में सबसे आगे बना हुआ है।
पिछले दो दशकों में, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ ने बल संरचना और क्षमता विकास, प्रौद्योगिकी प्रबंधन, रक्षा खुफिया जानकारी को मजबूत करने, सैन्य कूटनीति को बढ़ावा देने, तीनों सेवाओं के संयुक्त प्रशिक्षण को बेहतर बनाने और अन्य मित्र देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को और अच्छा करना, इंटरऑपरेबल ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स विकसित करना, सशस्त्र बलों के लिए प्रमुख खरीद में प्रगति करना तथा मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन करना, जैसे प्रमुख राष्ट्रीय कोशिशों को बढ़ावा देने में रक्षा सेवाओं के प्रयासों का नेतृत्व किया है। संयुक्त संगठनों के रूप में, रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी, रक्षा साइबर एजेंसी और सशस्त्र बल विशेष संचालन प्रभाग के संचालन में अंह मध्यस्थता की है।
सैन्य मामलों के विभाग डीएमए और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की संस्था का निर्माण परिवर्तनकारी सुधार हैं, जिसने तीनों सेवाओं के बीच सिनर्जी, रक्षा सेवाओं के आधुनिकीकरण तथा परिवर्तन और राष्ट्र के उच्च रक्षा संगठन में उनके एकीकरण को प्रोत्साहित किया है।