देहरादून 06 अगस्त 2023,
मणिपुर: पिछले कई महीनों से मणिपुर में जारी जातीय हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर सरकार हिंसा पर पूरी तरह से काबू नहीं कर पा रही है। विगत दिनों विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर वहां की स्थिति से राष्ट्रपति को अवगत कराया है। इसके साथ ही मॉनसून सत्र के प्रारंभ होने से अब तक राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया और कई बार वॉक आउट भी किया है। अभी भी मणिपुर की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले में शनिवार शाम को फिर से हिंसा भड़क उठी और इस दौरान 15 मकान जला दिए गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया।
स्थानीय अधिकारियों ने जानकारी दी है कि, शनिवार शाम को लांगोल गेम्स गांव में आक्रोशित भीड़ सड़कों पर उतर आई, और आगजनी कर लगभग 15 घरों में आग लगा दी। मौके पर पहुंचे सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और स्थिति को काबू में किया। हिंसा के दौरान एक व्यक्ति गोली से घायल हो गया जिसे ‘रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इंफाल ईस्ट जिले के चेकॉन इलाके में भी हिंसा की सूचना मिली है, जहां शनिवार को एक बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान को आग के हवाले कर दिया गया।प्रतिष्ठान के समीप स्थित तीन मकानों में भी आग के हवाले कर दिया गया है। अग्नि शमन दल ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार शाम को कांगपोकपी जिले के न्यू कीथेल्मनबी पुलिस थाना क्षेत्र के ए मुंगचमकोम में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच झड़पें हुई। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को पकड़ा गया और उसके पास से एक एसएलआर राइफल तथा 50 गोलियां बरामद की गईं हैं। जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
सेना ने शनिवार को इंफाल घाटी में कई अभियान चलाए। इस दौरान मोंगचम इलाके में मुठभेड़ में एक उग्रवादी घायल हो गया। सेना की ‘स्पीयर कोर’ के एक प्रवक्ता ने कहा कि घायल उग्रवादी को पकड़ लिया गया और उसके पास से एक एसएलआर और गोलियां बरामद हुई है।