देहरादून जुलाई 2023,
दिल्ली: मणिपुर में एक आदिवासी समूह द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के शर्मसार करने वाले वाइरल वीडियो से पूरा देश आहत हुआ है। जिसके विरोध में संसद और पूरे देश में जगह जगह प्रदर्शन हुए हैं। विश्व शर्मसार करने वाले घटना को लेकर विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से लेकर कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर बयान की मांग की थी। राहुल गांधी ने कहा था, ‘पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है। जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो इंडिया INDIA चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।”
पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वीडियो में माताओं-बहनों की इज्ज़त के साथ खिलवाड़ हो रहा है। जिसे देखकर मेरा दिल व्यथित है और बीजेपी के नेता इसपर बात करने की बजाय हमें गाली दे रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
मणिपुर की स्थिति को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि इसे लेकर चिंतित हूं कि प्रधानमंत्री इतने लंबे समय तक चुप थे लेकिन मुझे खुशी है कि उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी। अब हम चाहते हैं कि वे इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करें।
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी सत्र शुरू होने से पहले 8 मिनट 25 सेकंड बोले और उनके पास मणिपुर के लिए सिर्फ़ 36 सेकंड थे? मणिपुर पर बोलने के बजाय आप राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर ताने देने लगे? घटना 77 दिन पुरानी है और आपको वाक़ई में अब पता चल रहा है इसके बारे में? सच तो ये है कि इस हैवानियत के आप भी उतने ही ज़िम्मेदार हैं जितने वीडियो में दिखने वाले दरिंदे।
सामाजिक मर्यादाओं को तार-तार करने वाली मणिपुर की घटना पर आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर सवाल उठाए हैं।
आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि मणिपुर में लोकतंत्र, लोकलाज, सौहार्द, संवाद और मानवता का सरेआम कत्ल हो रहा है। मणिपुर में जो हो रहा है, वह शर्मनाक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन संसद में औपचारिकतावश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत के बारे में पूछा। जिस पर प्रतिक्रिया स्वरूप सोनिया गांधी ने कहा कि ‘मेरा हाल तो ठीक है, मणिपुर ठीक नहीं है। मुझे मणिपुर की महिलाओं की चिंता है और सदन में इसपर चर्चा होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी के बीच इस बातचीत के बारे में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि यह एक प्रथागत मुलाकात थी। सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री सभी सांसदों का हाल पूछते हैं। अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से मणिपुर पर सदन में चर्चा की अपील की थी। अधीर रंजन ने कहा कि, ‘मुझे लगता कि प्रधानमंत्री को उनसे ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी। प्रधानमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि, ठीक है, मैं देखूंगा।