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मंत्री सौरभ बहुगुणा “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रोडक्शन एवं मैन्युक्चरिंग” का उदघाटन किया:कौशल प्रशिक्षण की गुणवत्ता और प्रासंगिकता में होगा सुधार।

हरिद्वार, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रोशनाबाद स्थित हरिद्वार के परिसर में कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के तत्वाधान में मेसर्स फिलिप्स एडुकेशन कम्पनी द्वारा स्थापित किए गए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रोडक्शन एवं मैन्युक्चरिंग का उदघाटन किया गया। फिलिप्स एडुकेशन कम्पनी यूकेडब्ल्यूडीपी परियोजना के अंतर्गत प्रोडक्शन एवं मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर में कार्य कर रही है।

उल्लेखनीय है कि, उत्तराखंड कार्यबल विकास परियोजना (यूकेडब्ल्यूडीपी) विश्व बैंक के सहयोग से चलाई जा रही है। जिसका उद्देश्य कौशल प्रशिक्षण की गुणवत्ता और प्रासंगिकता में सुधार करना और उत्तराखंड में कुशल श्रमिकों की संख्या में वृद्धि करना है।

कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में बीएमसी, रोबोटिक आर्म आदि उन्नत श्रेणी की मशीन स्थापित की गई है तथा प्रारंभ किए गए 20 प्रशिक्षार्थियों के प्रथम बैच हेतु प्रोडक्शन ऑटोमेशन तकनीक आदि में प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। स्थापित किये जा रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में पॉलिटेक्निक तथा आईटीआई प्रशिक्षितों के लिये वर्तमान में उद्योगों के मांग के अनुरूप उद्योग-रेडी (Industry Ready) होने के लिये फिनिशिंग स्कूल के रूप में कार्य करेंगे। इस योजना के अंतर्गत आइटीआई पॉलिटेक्निक अथवा इंजीनियरिंग कॉलेजेस के इच्छुक प्रशिक्षार्थियों को इस नवीनतम एवं विशिष्ट प्रकृति के तकनीकी मॉडयूल्स मशीनिष्ट ऑटोमेशन, सीएनसी प्रोग्रामिंग आदि में 2 से 4 माह के प्रशिक्षण पश्चात उन्हें उद्योगों के लिए तैयार किया जाएगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में प्रशिक्षण के पश्चात उद्योगों में नियोजित किये जाने वाले प्रशिक्षार्थियों को सामान्य रूप से देय भुगतान मानदेय में लगभग डेढ़ से दोगुना अधिक पारिश्रमिक प्राप्त हो सकेगा तथा तकनीकी प्रशिक्षण के कारण उनके करियर में ग्रोथ की सभावनाएं भी अधिक होगी।

कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि, जो युवा अपस्किलिंग के माध्यम से अपने नियोजन व मासिक मानदेय की स्थिति में सुधार करना चाहते है, वे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में विशेष व उन्नत प्रकार के विभिन्न मॉड्यूल में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी ग्रोथ की संभावनाओं को मूर्त रूप दे सकते हैं। इसके साथ ही सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से इस क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनियों को तुरंत विशिष्ट रूप से प्रशिक्षित कार्मिक भी उपलब्ध हो सकेंगे।

इस अवसर पर यूकेडब्ल्यूडीपी परियोजना के अंतर्गत काशीपुर में स्नाइडर इलेक्ट्रिक के साथ स्थापित किए गए इलेक्ट्रिकल सेक्टर के सीईओ में प्रथम बैच का प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके प्रशिक्षार्थियों में से 15 प्रशिक्षार्थियों को बेंगलुरु तथा दिल्ली में विभिन्न फर्मों द्वारा दिए गए नियोजन से सम्बन्धित नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। यह उल्लेखनीय है कि इन 15 प्रशिक्षार्थियों को लगभग 18 हजार से 22 हजार रूपए तक का पारिश्रमिक प्रदान किया जा रहा है। इन प्रशिक्षार्थियों द्वारा इलेक्ट्रिस से सम्बन्धित बिल्डिंग ऑटोमेशन तथा इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन के विशिष्ट मॉडयूल में प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है।

सचिव कौशल विकास एवं सेवायोजन द्वारा इस अवसर पर इस प्रकार की पार्टनरशिप के द्वारा प्रस्तावित अन्य प्रयासों के बारे में भी अवगत कराया गया, जिसमें सहसपुर का विस्तृत प्रस्ताव भी सम्मिलित है। इस अवसर पर विभागीय सचिव विजय कुमार यादव आईएएस सहित फिलिप्स के अध्यक्ष रक्षित केजरीवाल एवं विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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