कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया कि ,”निवर्तमान गृह मंत्री अमित शाह ने जिला कलेक्टर्स से फोन पर बात की है, अब तक 150 अफसरों से बात हो चुकी है। अफसरों को इस तरह से खुल्लमखुल्ला धमकाने की कोशिश निहायत ही शर्मनाक है एवं अस्वीकार्य है। कांग्रेस प्रवक्ता ने स्मरण कराया कि , लोकतंत्र जनादेश से चलता है, धमकियों से नहीं। 4 जून को जनादेश के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा सत्ता से बाहर होंगे और विपक्षी इंडिया गठबंधन विजयी होगा। अफसरों को किसी प्रकार के दबाव में नहीं आना चाहिए व संविधान की रक्षा करनी चाहिए, वे निगरानी में हैं।”
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश से गृह मंत्री अमित शाह पर, लगाए गए आरोपों के साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए कहा है। ताकि आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई कर सके। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष को मतगणना शुरू होने से पहले चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करने वालों के बारे में भी आयोग को बताना चाहिए। संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एस.एस. संधू भी मौजूद थे।
निर्वाचन आयोग ने मतगणना से पहले 150 जिलाधिकारी को प्रभावित करने का प्रयास किए जाने संबंधी दावे को साबित करने के लिये मतगणना शुरू होने से पहले तक का समय दिया है। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा, “आप अफवाह फैलाकर सभी को संदेह के घेरे में नहीं ला सकते।” उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के किसी भी विदेशी प्रयास से निपटने के लिए तैयारी की थी, लेकिन ये आरोप देश के भीतर से ही आए हैं। जिलाधिकारियों को प्रभावित किए जाने के आरोपों पर आपत्ति जताते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, “आरोप लगाने वालों को बताना चाहिए कि किस जिलाधिकारी को प्रभावित किया गया और हम उन्हें दंडित करेंगे। मतगणना प्रक्रिया शुरू होने से पहले उन्हें हमें बताना चाहिए।”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि, रविवार को चुनाव आयोग से मुलाकात करने वाले बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए मुद्दे सात दशकों से चली आ रही चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा हैं। बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगें हमने मान लीं।”
The Chief Election Commissioner asked Congress spokesperson Jairam Ramesh to provide evidence of the allegations against Home Minister Amit Shah.