दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभा को भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के जन प्रतिनिधि शामिल हुए। विकसित भारत संकल्प यात्रा को शुरू हुए अभी 50 दिन भी नहीं हुए हैं लेकिन ये यात्रा अब तक लाखों गांवों तक पहुंच चुकी है। ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है। विकसित भारत संकल्प यात्रा का ध्येय उस व्यक्ति तक पहुंचने का है, जो किसी कारणवश भारत सरकार की योजनाओं से वंचित रहा है।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान हरिद्वार उत्तराखंड के मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लाभार्थी गुरदेव सिंह का स्वागत ‘हर हर गंगे’ बोल कर किया और उपस्थित जनसमूह ने भी ‘हर हर गंगे’ के नारे से उनका स्वागत किया। श्री सिंह एक किसान हैं और मछली पालन से भी जुड़े हैं। गुरदेव सिंह ने प्रधानमंत्री को बताया कि कैसे उन्होंने मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ उठाया और अपनी आय दोगुनी की। उन्होंने बताया कि वह अपनी एक एकड़ जमीन से 60 हजार रुपये कमाते थे, अब मछलीपालन कर उसी जमीन से 1.5 लाख रुपये कमा लेते हैं। प्रधानमंत्री ने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए इस नवाचार के लिए उनकी सराहना की।
प्रधानमंत्री ने पशुपालन, मत्स्य पालन, शहद उत्पादन के जरिए कृषि आय बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया। उन्होंने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के साथ-साथ मीठी क्रांति और नीली क्रांति के महत्व पर भी जोर दिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत में आयोजित “विकसित भारत संकल्प यात्रा” (ग्रामीण) कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इसी क्रम में आज जनपद विकासखण्ड सहसपुर अन्तर्गत ग्राम भगवंतपुर में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने ‘‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’’ कार्यक्रम के तहत् आयोजित बहुउद्देशीय शिविर के अन्तर्गत कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉल का अवलोकन किया इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को, केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के निर्देश दिए।